प्रिय शिक्षकों और साथियों,
आज देशभर के लाखों विद्यार्थी IBPS RRB और Clerk/PO परीक्षाओं में आयु सीमा (Age Cut-Off) से जुड़े अन्याय का सामना कर रहे हैं। कोविड-19 महामारी के दौरान जब कई भर्तियाँ रुक गईं, तब अनगिनत छात्रों का कीमती समय और मेहनत व्यर्थ हो गया। 2020–21 की भर्ती प्रक्रियाएँ न हो पाने के कारण हजारों उम्मीदवारों की उम्र सीमा निकल गई और वे अब परीक्षाओं में शामिल ही नहीं हो पा रहे हैं। इसी समस्या को लेकर छात्रों ने लखनऊ हाई कोर्ट में याचिका डाली।
छात्रों की प्रमुख माँगें (IBPS Reforms)
1. पुरानी Cut-Off Age लागू हो –
IBPS Clerk: 1 जुलाई, RRB PO/Clerk: 1 जून
2. Cut-Off Age का Month Fix हो –
UPSC (1 अगस्त) और SBI PO/Clerk (1 अप्रैल) की तरह, ताकि विद्यार्थी सही योजना बना सकें।
3. सभी Exams का Cut-Off 1 जनवरी हो – ताकि हर विद्यार्थी को अंतिम प्रयास का पूरा अवसर मिले।
4. आयु सीमा (Age Limit) में असंगतियाँ
वर्तमान में IBPS RRB Clerk के लिए आयु सीमा 18–28 वर्ष और IBPS RRB PO के लिए 18–30 वर्ष है। लेकिन यह नियम स्वयं में तर्कसंगत नहीं है क्योंकि —
Graduation किसी भी स्थिति में 18 वर्ष की आयु में पूरी करना असंभव है। एक छात्र कम से कम 20 वर्ष की आयु तक ही स्नातक (Graduation) पूरा कर पाता है। इसलिए छात्रों की यह माँग बिल्कुल उचित है कि:
Clerk के लिए आयु सीमा 20–30 वर्ष होनी चाहिए।
PO के लिए आयु सीमा 20–32 वर्ष होनी चाहिए।
यह बदलाव न केवल वास्तविकता के अनुरूप होगा बल्कि लाखों योग्य छात्रों को अवसर भी देगा।

हाई कोर्ट का रुख: छात्रों के लिए राहत के संकेत
लखनऊ हाई कोर्ट ने माना कि यह मुद्दा वाजिब है और सरकार व IBPS से जवाब माँगा है। अदालत ने साफ कहा कि: असाधारण परिस्थितियों (जैसे कोविड) का नुकसान छात्रों को नहीं होना चाहिए। छात्रों के हित में न्यायपूर्ण समाधान ज़रूरी है।
Teachers से अपील
आज इस मुहिम में Amar Sir और Arun Sir सक्रिय रूप से छात्रों के साथ खड़े हैं। उन्होंने इस मुद्दे को कोर्ट तक पहुँचाया और लगातार छात्रों को प्रेरित किया।
अब हम सभी आदरणीय शिक्षकों – Ashish Sir, Ankush Sir, Nimisha Ma’am, Adda247 टीम, Physics Wallah फैकल्टी, Kapil Kathpal Sir, Harshal Sir और अन्य सभी mentors – से विनम्र निवेदन करते हैं कि वे भी इस आंदोलन को अपना समर्थन दें।
आपके वीडियो, मैसेज और सोशल मीडिया पोस्ट से यह आवाज़ और मज़बूत होगी।
Students से अपील
प्रिय साथियों, यह आंदोलन सिर्फ कुछ छात्रों का नहीं बल्कि हम सबका है।
Telegram चैनल से जुड़ें: https://t.me/ibpsreform
अधिक से अधिक छात्रों तक यह संदेश पहुँचाएँ। Donation देकर कानूनी लड़ाई को मज़बूत बनाएँ।
निष्कर्ष: न्याय की लड़ाई में एकजुट हों
यह केवल एक परीक्षा का मामला नहीं, बल्कि छात्रों के भविष्य, उनके हक़ और मेहनत के सम्मान का सवाल है। यदि हम सब एकजुट हुए तो निश्चित ही यह संघर्ष सफल होगा।
आइए, शिक्षक और विद्यार्थी मिलकर इस आंदोलन को मज़बूत बनाएँ और हर छात्र को उसका हक़ दिलाएँ।