दो साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी-जुकाम की दवा न दें: केंद्र सरकार की सख्त चेतावनी

Author name

October 5, 2025

केंद्र सरकार ने दो राज्यों में बच्चों की मौतों के बाद दो साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी और जुकाम की दवाएं न देने की सलाह जारी की है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि दो साल से कम उम्र के बच्चों को खांसी और जुकाम की दवाएं न तो लिखी जाएं और न ही दी जाएं।

मंत्रालय ने अपने परामर्श में कहा कि ये दवाएं आमतौर पर पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए अनुशंसित नहीं हैं, और उससे अधिक उम्र के बच्चों में भी इनका उपयोग केवल सावधानीपूर्वक चिकित्सकीय मूल्यांकन और कड़ी निगरानी के बाद ही किया जाना चाहिए।

इस संबंध में मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य सेवा निदेशकों को पत्र लिखा है। यह परामर्श मध्य प्रदेश और राजस्थान में खांसी की सिरप के सेवन से हुई बच्चों की मौतों के बाद जारी किया गया है।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि बहु-अनुशासनिक टीम मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में हुई मौतों के कारणों का पता लगाने के लिए नमूनों और अन्य कारकों का विश्लेषण कर रही है।

इस बीच, राजस्थान सरकार ने औषधि नियंत्रक राजाराम शर्मा को निलंबित कर दिया है और केसन फार्मा द्वारा आपूर्ति की गई सभी 19 दवाओं के वितरण पर रोक लगा दी है।

यह कार्रवाई तब की गई जब मुख्यमंत्री नि:शुल्क दवा योजना के तहत वितरित खांसी की सिरप पीने से दो बच्चों की मौत हो गई और कई बीमार पड़ गए।

राजस्थान मेडिकल सर्विसेज कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अनुसार, 2012 से अब तक केसन फार्मा की दवाओं के 10,119 नमूनों की जांच की गई, जिनमें से 42 को घटिया पाया गया। मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने इस मामले की विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं।

वहीं, मध्य प्रदेश सरकार ने छिंदवाड़ा जिले में नौ बच्चों की संदिग्ध किडनी संक्रमण से हुई मौत के बाद कोल्ड्रिफ सिरप की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।
मुख्यमंत्री मोहन यादव ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि छिंदवाड़ा में कोल्ड्रिफ सिरप के कारण बच्चों की मौतें अत्यंत दुखद हैं।

यह सिरप कांचीपुरम की एक फैक्ट्री में निर्मित किया गया था। इस घटना के बाद राज्य सरकार ने तमिलनाडु सरकार से जांच कराने का अनुरोध किया है।

Leave a Comment